संजय जायसवाल ने जादवपुर विश्वविद्यालय में हुई हिंसा पर कहा, “बंगाल में कानून-व्यवस्था का पूरी तरह से अभाव है

नई दिल्ली
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के परिप्रेक्ष्य में मंगलवार को कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के हाथ में है। संसद भवन परिसर में आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने वक्फ मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। वहीं, केरल के सांसदों ने आशा कार्यकर्ताओं के मुद्दे पर प्रदर्शन किया। संजय जायसवाल ने जादवपुर विश्वविद्यालय में हुई हिंसा पर कहा, "बंगाल में कानून-व्यवस्था का पूरी तरह से अभाव है। वहां रोहिंग्या और बांग्लादेशी लोग कानून-व्यवस्था चला रहे हैं, जिसकी वजह से ऐसी घटनाएं हो रही हैं।" उन्होंने कहा कि देश को एकजुट होकर ऐसे लोगों को कानूनी सजा देनी चाहिए।

भाजपा सांसद ने वक्फ संपत्ति के बारे में कहा कि सभी को शांतिपूर्ण धरने का अधिकार है, लेकिन उलेमाओं से यह सवाल किया कि जबरदस्ती छीनी हुई या झपटी हुई संपत्ति कैसे वक्फ की संपत्ति हो सकती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वक्फ की संपत्ति अल्लाह की इबादत है, तो क्या अल्लाह नाजायज संपत्ति को स्वीकार करेंगे?

उन्होंने कहा कि पुरानी वक्फ संपत्तियों को छह महीने के भीतर रजिस्टर कराने का आदेश दिया गया है, लेकिन यदि किसी ने सरकारी या किसी अन्य की भूमि पर कब्जा किया है, तो उसे स्वीकार करना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि मस्जिदों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है, परंतु गलत तरीके से कब्जा की गई भूमि पर कार्रवाई होगी।

केरल के सांसदों ने कार्यवाही शुरू होने से पहले संसद भवन परिसर में आशा वर्कर्स के मुद्दे पर नारेबाजी की। कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि वह लगातार केरल की आशा वर्कर्स का मुद्दा उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 30 दिन से आशा वर्कर्स परेशान हैं। उन्हें भत्ते, क्षतिपूर्ति, और सेवानिवृत्ति लाभ नहीं मिले हैं। वेणुगोपाल ने कहा कि आशा वर्कर्स स्वास्थ्य क्षेत्र की रीढ़ हैं और कोविड के दौरान उनके योगदान की पूरी दुनिया ने सराहना की थी।

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