वनग्राम निवासखार के ग्रामीणों ने वनों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए की महत्वपूर्ण पहल

लोरमी
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध अचानकमार अभ्यारण्य टाइगर रिजर्व (ATR) क्षेत्र के वनग्राम निवासखार के ग्रामीणों ने वनों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। यहां के ग्रामीणों ने ATR प्रबंधन के साथ मिलकर जंगल को अवैध कटाई, अतिक्रमण और आगजनी से बचाने की जिम्मेदारी स्वयं उठाने का निर्णय लिया है।
बता दें कि सोमवार सुबह सुरही परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम निवासखार में ग्रामीणों ने सामुदायिक वन संसाधन अधिकार के तहत जंगल की सुरक्षा का संकल्प लिया। ग्राम सरपंच रामकुमार आर्मो की अध्यक्षता और सामुदायिक वन प्रबंधन समिति अध्यक्ष प्रहलाद सिंह की पहल पर हुई इस बैठक में 200 से अधिक ग्रामीण (महिला और पुरुष) शामिल हुए। बैठक में जंगल संरक्षण के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।
जंगल की सुरक्षा के लिए अहम् निर्णय लिए
जंगल में पेड़ों की कटाई और अतिक्रमण पर पूर्ण रोक
आग लगाने वालों पर ₹2,000 का जुर्माना
प्रतिदिन 20-25 ग्रामीणों की गश्ती दल जंगल में गश्त करेगा, अनुपस्थित रहने पर ₹200 का जुर्माना
जल संरक्षण के लिए नदी में दो स्थानों पर बोरी बंधान बनाया जाएगा
गांव में पूर्ण शराबबंदी, उल्लंघन पर सख्त जुर्माना
ग्रामीणों ने प्रशासन से की ये मांगें
बैठक में उपस्थित परिक्षेत्र अधिकारी विक्रांत कुमार को ग्रामीणों ने भू-अभिलेख में सुधार करने की मांग की। साथ ही पुराने वनरक्षक भवन को सामुदायिक वन प्रबंधन समिति को सौंपने के लिए ज्ञापन सौंपा गया।
वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत ATR में पहली अनूठी पहल
वन अधिकार अधिनियम 2006 के लागू होने के बाद यह पहली बार है जब ATR सहित पूरे बिलासपुर संभाग में किसी गांव के ग्रामीणों ने जंगल की सुरक्षा के लिए स्वयं पहल की है। अगर अन्य ग्रामों में भी इस प्रकार की पहल की जाती है, तो यह वन और वन्यजीव संरक्षण के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।
बता दें कि इस बैठक में परिक्षेत्र सहायक राजक, जाकड़बांधा परिसर रक्षक, पैदल गार्ड सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।