चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल से पहले गावस्कर ने कप्तान रोहित को दिया जीत का मंत्र, गेंदबाजों को भी दी नसीहत

दुबई
भारत-न्यूजीलैंड के बीच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में 9 मार्च को चैम्पियंस ट्रॉफी का फाइनल होना है. लेकिन इस मुकाबले से पहले भारत के दिग्गज ओपनर रहे सुनील गावस्कर ने रोहित ब्रिगेड को सलाह दी है और कुछ कमियों को सुधारने की बात कही है.
गावस्कर ने कहा- भारत ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है, वहीं चारों मैच आसानी से जीते भी हैं. लेकिन रोहित शर्मा का फॉर्म थोड़ा गड़बड़ है. रोहित ने चैम्पियंस ट्रॉफी के 4 मुकाबलों में 26 के औसत से 104 रन बनाए हैं. जहां उनका हाइएस्ट स्कोर 41 रहा है.
गावस्कर ने कहा- जब आप सलामी बल्लेबाजों को देखते हैं, तो पाते हैं कि उन्होंने भारतीय टीम को उस तरह की शुरुआत नहीं दी जिसकी उन्हें उम्मीद थी. ऐसा नहीं हुआ है, मुझे लगता है कि वहां कुछ कमी है.
गावस्कर ने इसके साथ ही दूसरी कमी भी बताई. उन्होंने कहा- नई गेंद के साथ पहले 10 ओवरों में विकेट लेना चाह रहे हैं, लेकिन ऐसा भी नहीं हो रहा है.
वहीं गावस्कर ने यह भी कहा- बीच के ओवरों में हमें विकेट नहीं मिले, हालांकि रन नहीं बन रहे थे, इसलिए ये ऐसे एरिया हैं जिनमें आप बेहतर प्रदर्शन करेंगे, इससे फाइनल जीतने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी.
वहीं गावस्कर ने इस दौरान टीम में 4 स्पिनर्स को खिलाने की वकालत की. गावस्कर ने कहा- मुझे लगता है कि इसमें 4 स्पिनर होंगे. ऐसा होना ही चाहिए, अब बदलाव क्यों होगा? चक्रवर्ती के शामिल होने से पता चलता है कि वे कितने प्रभावी हो सकते हैं, इसलिए अब टीम में क्यों बदलाव होना चाहिए.
"कई एरियों में सुधार की दरकार"
एक चैनल से बातचीत में सनी बोले, "टीम इंडिया का प्रदर्शन त्रुटिहीन नहीं रहा है.जब आप ओपनरों को देखते हैं, तो उन्होंने टीम को वैसी शुरुआत नहीं दी है, जिसकी उनसे उम्मीद थी. ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ है. इसी तरह मेरा साफ तौर पर मानना है कि नई गेंद के साथ भी खामी है. शुरुआती दस ओवरों में आप नई गेंद के साथ दो-तीन विकेट लेना चाहते हो, लेकिन यह नहीं हो रहा है", उन्होंने कहा, "मिड्ल ओवरों में हमने विकेट नहीं चटकाए हैं. हालांकि, रनों के बहाव पर अंकुश लगाया है, लेकिन विकेट भी आना जरूरी है. इसलिए यहां कई एरिया हैं, जिनमें आप सुधार कर सकते हैं. अगर ऐसा होता है, तो भारत के खिताब जीतने के आसार बेहतर होंगे."
"टीम में किसी बदलाव की जरूरतन नहीं"
गावस्कर ने यह भी कहा कि प्रबंधन को फाइनल में इलेवन में ज्यादा बदलाव न करते हुए पिछले दो मैचों की तरह चार स्पिनरों के साथ ही मैदान पर उतरना चाहिए. उन्होंने कहा,"मुझे लगता है कि वह चार स्पिनरों के साथ खलेने जा रहे हैं और ऐसा होना ही चाहिए. बदलाव की जरूरत ही क्यों है?", सनी बोले, "वरुण और कुलदीप को खिलाने ने दिखाया है कि वे कितने प्रभावी हो सकते हैं. साथ ही, वनडे या किसी भी फॉरमेट में में विकेट टेकिंग गेंद डॉट बॉल (खाली गेंद) होती हैं. ऐसे में किसी बदलाव की जरूरत नहीं हैं."
'प्लेइंग-11 में कोई बदलाव नहीं होना चाहिए'
गावस्कर का यह भी मानना है कि भारत को फाइनल में अपनी प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए और चार स्पिनरों को खिलाने के फॉर्मूले पर टिके रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव दोनों के शामिल होने से भारत के आक्रमण को मजबूती मिली है और उन्हें विजयी संयोजन के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि चार स्पिनर होंगे। कुलदीप के समावेश ने दिखाया है कि वे कितने प्रभावी हो सकते हैं।'
'रोहित लंबे समय तक बल्लेबाजी करें'
गावस्कर ने रोहित को सलाह दी कि वे टीम को तेज शुरुआत प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय लंबे समय तक बल्लेबाजी करें। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर भारत की जीत के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर ने रोहित के दृष्टिकोण का बचाव किया और कहा कि स्टार बल्लेबाज को उनके इम्पैक्ट पर आंका जाता है, न कि उनके नंबरों पर। गावस्कर हालांकि इस टिप्पणी से प्रभावित नहीं हुए और उन्होंने कहा कि अगर रोहित जैसा बल्लेबाज 25-30 ओवर तक क्रीज पर टिकता है तो वह खेल को विरोधियों से दूर ले जाएगा और इसे भी अपने गेमप्ले में शामिल किया जाना चाहिए।
'रोहित को उतनी सफलता नहीं मिली'
उन्होंने कहा, 'यह एक ऐसा दृष्टिकोण है जिसका वह पिछले दो साल से पालन कर रहे हैं। इसकी शुरुआत भारत में विश्व कप से हुई और वह इस फॉर्मूले पर कायम हैं। उन्हें कुछ सफलता मिली है, हालांकि शायद उतनी नहीं जितनी उम्मीद थी। वह अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जिनके पास कई तरह के शॉट हैं जो खेल में कई अन्य लोगों के पास नहीं है।' गावस्कर ने कहा, 'रोहित 25 ओवर भी बल्लेबाजी करते हैं तो भारत 180-200 के आसपास होगा। कल्पना कीजिए कि अगर उन्होंने तब तक केवल कुछ विकेट गंवाए हों। जरा सोचिए कि वे क्या कर सकते हैं! वह भारत के स्कोर को 350 या उसके पार पहुंचा सकते हैं।' गावस्कर ने कहा कि रोहित को 25-30 रन बनाकर खुश नहीं होना चाहिए और उनकी टीम के लिए उनका प्रभाव कहीं अधिक होना चाहिए।
'रोहित 25-30 ओवर तक बल्लेबाजी करें'
उन्होंने कहा, 'उन्हें इस पर भी विचार करने की जरूरत है। मैदान पर उतरकर आक्रामक खेलना एक बात है, लेकिन खुद को 25-30 ओवर तक बल्लेबाजी का मौका देने के लिए कहीं न कहीं विवेक होना चाहिए। अगर वह ऐसा करते हैं तो वह खेल को विपक्षी टीम से दूर ले जाएंगे। इस तरह का प्रभाव मैच जिताने वाला होता है। मैं जानना चाहता हूं कि एक बल्लेबाज के रूप में, क्या आप 25-30 रन बनाकर खुश हैं? आपको नहीं होना चाहिए! इसलिए मैं उनसे यही कहूंगा, टीम पर आपका प्रभाव और भी अधिक होगा यदि आप सिर्फ सात, आठ या नौ ओवर के बजाय 25 ओवर तक बल्लेबाजी करें तो।'
चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत की संभावित प्लेइंग 11: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल, केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती
अब तक चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीमें
साल | विनर | नतीजा |
1998 | साउथ अफ्रीका | वेस्टइंडीज को 4 विकेट से हराया |
2000 | न्यूजीलैंड | भारत को 4 विकेट से हराया |
2002 | भारत-श्रीलंका संयुक्त विजेता | मैच बेनतीजा रहा |
2004 | वेस्टइंडीज | इंग्लैंड को 2 विकेट से हराया |
2006 | ऑस्ट्रेलिया | वेस्टइंडीज को 8 विकेट से हराया |
2009 | ऑस्ट्रेलिया | न्यूजीलैंड को 6 विकेट से हराया |
2013 | भारत | इंग्लैंड को 5 रनों से हराया |
2017 | पाकिस्तान | भारत को 180 रनों से हराया |