पीरियड्स के दौरान कम ब्लड फ्लो और दर्द जैसी समस्याएं से निपटने के लिए करे ये उपाए

पीरियड्स के दौरान कम ब्लड फ्लो और दर्द जैसी समस्याएं कई कारणों से हो सकती हैं, जैसे हॉर्मोनल बदलाव, तनाव, बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन, या वजन में बदलाव। अगर आपके पीरियड्स 1-2 दिन ही चलते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी हो सकता है। हालांकि, आप कुछ आयुर्वेदिक उपायों को अपना सकती हैं, जैसे अदरक का सेवन, ताजे फल और हरी सब्जियों का आहार, और गर्म पानी से सेक लेना।

इसके अलावा, नियमित रूप से योग और प्राणायाम करना भी ब्लड फ्लो को बेहतर बना सकता है और पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम कर सकता है। अगर समस्या बनी रहे, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। आइए जानते हैं क‍िन आयुर्वेद‍िक उपायों से आप पीर‍ियड फ्लो को नॉर्मल कर सकते हैं।

रेगुलर पीर‍ियड के ल‍िए ये चीजें खाना बंद करें
पीरियड्स की समस्याओं से बचने के लिए जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड्स, और तेल-मसाले वाले खाने से दूर रहना चाहिए। पैकेट बंद फूड्स और मैदा का सेवन भी बंद कर देना चाहिए, और गेहूं-चावल का सेवन कम या बंद करना चाहिए। हेल्दी पीरियड्स के लिए दिन में सिर्फ एक बार अनाज का सेवन करें। इसके बजाय, आप ताजे फल और हरी सब्जियां खा सकती हैं, जो न केवल आपके शरीर को पोषण देंगे, बल्कि पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो को भी बेहतर बनाए रखेंगे। आयुर्वेद में ऐसे खाद्य पदार्थों की अहमियत है जो शरीर को संतुलित और स्वस्थ रखें।

मेथी दाना खाएं
अगर आप पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं से बचना चाहती हैं, तो डाइट में मेथी दाने का सेवन कर सकती हैं। इसके लिए 1 छोटा चम्मच मेथी दाने को रात भर पानी में भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट खाएं। मेथी दाने पीरियड्स के दौरान पेट दर्द, जलन और ऐंठन से राहत देने में मदद करते हैं। ये हार्मोनल संतुलन को सुधारने और ब्लड फ्लो को तेज करने में भी सहायक होते हैं।

अशोक की छाल का इस्‍तेमाल करें
इसके अलावा, अशोक की छाल का उपयोग भी पीरियड्स की समस्याओं से बचाव के लिए एक बेहतरीन उपाय है। अशोक की छाल के 1/4 टुकड़े को पानी में उबालकर दिन में 1 से 2 बार पीने से जल्दी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। यह महिलाओं के लिए सुपरफूड माना जाता है, क्योंकि यह पीरियड्स के दर्द और ऐंठन से राहत देने के साथ-साथ ल्यूकोरिया (वाइट डिस्चार्ज) की समस्या को भी नियंत्रित करता है। इसके अलावा, यह त्वचा के लिए लाभकारी है और डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद करता है।

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