रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा- यूक्रेन में उनके सशस्त्र बल ‘राष्ट्रीय हितों’ की रक्षा कर रहे हैं
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मॉस्को
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को कहा कि यूक्रेन में उनके सशस्त्र बल 'राष्ट्रीय हितों' की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बदलती विश्व व्यवस्था में देश की सेना को मजबूत करने का संकल्प लिया। पुतिन का यह बयान ऐसे समय में आया जब यूक्रेन यु्द्ध के तीन साल पूरे होने वाले हैं। 24 फरवरी, 2022 तो मॉस्को ने कीव पर पूर्ण पैमाने का आक्रमण किया था।
रूस के 'डिफेंडर्स ऑफ द फादरलैंड डे' पर क्रेमलिन द्वारा जारी एक वीडियो में पुतिन ने कहा, "आज, अपने जीवन को जोखिम में डालकर, साहस के साथ, वे (सैनिक) अपनी मातृभूमि, राष्ट्रीय हितों और रूस के भविष्य की रक्षा कर रहे हैं।"
देश के प्रमुख दैनिक 'द मॉस्को टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, "रूस की सुरक्षा और संप्रभुता की गारंटी के लिए, हम सेना और नौसेना की लड़ाकू क्षमताओं में सुधार करना जारी रखेंगे।"
इससे पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और राष्ट्रपति के सहायक यूरी उशाकोव ने इस सप्ताह रियाद में यूएस प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता की, जिसमें अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज और मध्य पूर्व के लिए अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ शामिल थे। इस वार्ता का उद्देश्य रूस-यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत करना और अपने संबंधों को बेहतर बनाना था।
विज्ञप्ति के अनुसार, रूसी पक्ष ने संघर्ष के मूल कारणों को समाप्त करने, स्थायी एवं सतत शांति प्राप्त करने के लिए उचित परिस्थितियां बनाने, क्षेत्र के सभी देशों की सुरक्षा और वैध हितों को सुनिश्चित करने के महत्व पर बल दिया। निकट भविष्य में नियुक्त किए जाने वाले विशेष दूतों के माध्यम से इस क्षेत्र में संयुक्त कार्य जारी रखने के लिए एक समझौता हुआ।
हाल ही में मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, "रियाद में रूस और अमेरिका के बीच हुई बातचीत रूस-अमेरिका संबंधों को बहाल करने और दोनों देशों के बीच विश्वास का निर्माण करने की दिशा में एक कदम था।" उन्होंने आगे कहा कि रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच विश्वास बढ़ाए बिना यूक्रेनी संकट सहित कई मुद्दों को हल करना असंभव है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन में संघर्ष का समाधान रूस की प्राथमिकता है।