श्रद्धा विश्वास को खेल में न बदले – महाकाल होली अग्नि हादसा

जनकल्याण मेल बाबा महाकाल से जल्द से जल्द सभी के स्वस्थ होने कि कामना करता है


उज्जैन
महाकाल में भस्म आरती अग्नि कांड से महाकाल बाबा ने साफ संदेश दे दिया की मुझे अपनी आस्था भावनाओ में देखो मेरे भूगर्भ को खेल का परिसर ना बनाए


जब से महाकाल लोक बना है बाहर के भक्त पर्यटक की संख्या बहुत अधिक बड़ गई है .जिसका कारण आध्यात्म के साथ पर्यटन का जुड़ना है जो सराहनीय है इस कलयुग को देखते हुए।पर आस्था विश्वास कम स्वार्थ, प्रदर्शन ज्यादा जब की आध्यात्म स्थल परमार्थ एवम स्वयदर्शन से जुड़ने की भावना पैदा हो इसके लिए होते है
महाकाल पंडित पुरोहितों ने भी ओर अधिक आकर्षण बड़ाने के लिए तरह तरह के प्रयोग शुरू कर दिए है.
साथ ही अब यह देखा गया है अधिकांश पंडित महाकाल ज्योतिर्लिंग पर कम कैमरा पर ध्यान ज्यादा देते है ताकि उनकी रील में महाकाल कम उनका चेहरा ज्यादा दिख सके रील वायरल हो सके
मुझे पूर्ण विश्वास है इस घटना से शासन।प्रशासन उचित कदम लेगा ताकि ऐसी घटना पुनः ना हो

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