कांग्रेस ने विधायक राम मंदिर के मुद्दे पर पार्टी के रुख से दुखी होकर छोड़ा साथ, दिया इस्तीफा , बड़ा झटका
अहमदाबाद
गुजरात में कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता और नॉर्थ गुजरात के वीजापुर सीट से विधायक चतुरसिंह जावनजी चावड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। चावड़ा ने शुक्रवार को विधानसभा स्पीकर शंकर चौधरी को उनके आवास पर इस्तीफा सौंपा। उन्होंने कहा है कि राम मंदिर के मुद्दे पर पार्टी के रुख से दुखी होकर साथ छोड़ने का फैसला किया। चावड़ा के जल्द भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलें हैं। उन्होंने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ भी की है।
कांग्रेस में लंबे समय तक अलग-अलग पदों पर काम कर चुके चावड़ा तीन बार विधायक रहे हैं। उनकी गिनती कांग्रेस के वरिष्ठ और निष्ठावान नेता के रूप में होती रही। अब अचानक उनके इस्तीफे से पार्टी को झटका लगा है। चावड़ा ने एएनआई से बातचीत करते हुए बताया कि क्यों उन्होंने कांग्रेस से खुद को अलग कर लिया है। चावड़ा ने कहा कि वह पूरे देश में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह का माहौल है, लेकिन इस मुद्दे पर पार्टी के रुख से वह दुखी थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी की ओर से प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकराए जाने पर पर पार्टी के कुछ और नेताओं ने भी नाराजगी जाहिर की है।
चावड़ा ने कहा, 'मैंने कांग्रेस के लिए 25 सालों तक काम किया। अब इस्तीफा दे दिया है। वजह यह है कि जब पूरे देश के लोगों में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आनंद की लहर है। आनंद की लहर में भागीदार होने की बजाय इस पार्टी का जो रवैया है उससे मैं भी नाराज हूं।' उन्होंने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का जिक्र करते हुए कहा कि उनके काम और नीतियों की समर्थन करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस में रहकर वह ऐसा नहीं कर सकते थे।