केरल में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, सुधाकरन सहित अन्य नेता अस्पताल में भर्ती
तिरुवनंतपुरम
केरल के तिरुवनंतपुरम में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कथित पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। साथ ही वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। जिसकी वजह से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुधाकरन सहित अन्य नेताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना राज्य पुलिस मुख्यालय के सामने हुई जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया कार्रवाई और माकपा कैडरों को खुली छूट देने के लिए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। गैस आंसू की वजह से सांस लेने में समस्या की शिकायत करते हुए अस्पताल में भर्ती सुधाकरन ने कहा कि ऐसी हरकत पहले कभी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मैंने प्रदर्शनकारियों से अपनी बात समाप्त कर ली थी और विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने अभी बोलना शुरू ही किया था कि अचानक आंसू गैस के गोले छोड़े गए और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। सुधाकरन ने कहा कि हममें से कई लोग अनजाने में फंस गए और हममें से कई को सांस लेने में दिक्कत हुई। उन्होंने कहा, नेताओं पर इस तरह की हरकत पहले कभी नहीं हुई। विजयन के कार्यालय के एक समूह ने पुलिस का नियंत्रण अपने हाथों में लिया है और वे ही इस तरह के आपराधिक कृत्य के निर्देश दे रहे हैं।
शशि थरूर ने क्या कुछ कहा?
वहीं, विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसिया कार्रवाई को अतिवादी कदम करार देते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि 18 आंसू गैस के गोले छोड़े गए। आम तौर पर जब नेता विरोध प्रदर्शन में बोलते हैं तो कोई कार्रवाई नहीं होती है। जब पुलिसिया कार्रवाई हुई तब सब कुछ शांति से चल रहा था। मैंने राज्य पुलिस प्रमुख से बात की और उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है और वह इसका पता लगाएंगे।
कांग्रेस सांसद ने इस घटनाक्रम को लेकर लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष विशेषाधिकार हनन का नोटिस दायर करने की बात कही। उन्होंने कहा कि विधायक भी ऐसा ही करेंगे। बता दें कि विधायक ओमान चांडी, अनवर सदाथ और राज्यसभा सदस्य जेबी मेथर और कई अन्य नेताओं को भी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।