नड्डा से मिले शिवराज, मंत्रिमंडल चयन योग्य दावेदारों की दोगुनी संख्या में उलझा
भोपाल
विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को दिल्ली पहुंचे हैं। यहां पर उन्होंने पार्टी के राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। ऐसा माना जा रहा है कि इस मुलाकात में शिवराज सिंह चौहान को आगे क्या जिम्मेदारी दी जाएगी, इसे लेकर उन्हें बताया गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट में किसे शामिल किया जाए, यह योग्य दावेदारों की बड़ी संख्या के कारण भाजपा के लिए फिलहाल बड़ी चुनौती बन गया है। दिल्ली में पिछले दो दिन से हो रहे विचार के बाद भी अब तक केंद्रीय नेतृत्व भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है। अब यह सुगबुगाहट है कि विधानसभा सत्र के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। इसमें जाति-क्षेत्र के साथ ही लोकसभा चुनाव और संघ पृष्ठभूमि को भी देखा जा रहा है।
इसके चलते ऐसी स्थिति बन गई है कि कई जिलों से तीन से चार विधायक मंत्री पद के दावेदार के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल के लिए नाम चुनना केंद्रीय नेतृत्व के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। भाजपा में इस बार मंत्रिमंडल में नाम छांटने के लिए इसलिए मुश्किल भरा हो रहा है क्योंकि इस बार जीत कर आए विधायकों में से 50 से ज्यादा मंत्री बनाए जाने के लायक हैं, लेकिन तय संख्या में इनमें से नाम तय करना कठिन हो रहा है। इस कारण ही दिल्ली में रविवार से जो विचार चल रहा है, वह मंगलवार तक जारी ही था। यानी तीन दिन से दिल्ली में अलग-अलग दौर में इसे लेकर विचार विमर्श हो गया है और नतीजा फिलहाल सामने नहीं आया है।