भारत ने स्पेन में होने वाले पांच देशों के टूर्नामेंट के लिए 22 सदस्यीय महिला हॉकी टीम घोषित की
नई दिल्ली
भारत ने गोलकीपर सविता पूनिया की अगुवाई में स्पेन में होने वाले पांच देशों के हॉकी टूर्नामेंट के लिए शुक्रवार को 22 सदस्यीय महिला टीम घोषित की जिसमें अनुभवी फॉरवर्ड वंदना कटारिया को उप कप्तान बनाया गया है।
भारत 15 से 22 दिसंबर तक वेलेंसिया में होने वाले इस टूर्नामेंट में आयरलैंड, जर्मनी, स्पेन और बेल्जियम का सामना करेगा। रांची में 13 जनवरी से शुरू होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर्स की तैयारी के लिहाज से यह टूर्नामेंट काफी महत्वपूर्ण है।
भारत की मुख्य कोच यानिक शोपमैन ने हॉकी इंडिया की यहां जारी विज्ञप्ति में कहा,''हमारी टीम काफी संतुलित और मजबूत है। यह टूर्नामेंट टीम के लिए हाल के अपने अच्छे प्रदर्शन को आगे बढ़ाने और ओलंपिक क्वालीफायर्स से पहले खुद को अच्छी मानसिक स्थिति में रखने के लिए आदर्श मंच होगा। ''
टीम इस प्रकार है:
गोलकीपर: सविता (कप्तान), बिचू देवी खारीबाम
डिफेंडर: निक्की प्रधान, उदिता, इशिका चौधरी, गुरजीत कौर, अक्षता अबासो ढेकाले
मिडफील्डर: निशा, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, मोनिका, सलीमा टेटे, नेहा, नवनीत कौर, सोनिका, ज्योति, बलजीत कौर
फॉरवर्ड: ज्योति छेत्री, संगीता कुमारी, दीपिका, वंदना कटारिया (उप-कप्तान), ब्यूटी डुंगडुंग, शर्मिला देवी।
इंग्लैंड की मजबूत टीम के खिलाफ वापसी करने उतरेगी भारतीय महिला टीम
मुंबई
पहले मैच में हार से आहत भारतीय महिला क्रिकेट टीम को तीन मैचों की श्रृंखला को अगर जीवंत बनाए रखना है तो उसे इंग्लैंड के खिलाफ आज शनिवार को यहां होने वाले दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
इंग्लैंड ने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन करके 38 रन से जीत दर्ज की और इस तरह से भारत पर दबदबा बनाए रखा। इससे उसने श्रृंखला में शुरुआती बढ़त हासिल की। इंग्लैंड की यह भारत के खिलाफ 28 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 21वीं और भारतीय धरती पर 10 मैच में आठवीं जीत थी।
भारतीय टीम पहले मैच में परिस्थितियों से अच्छी तरह तालमेल नहीं बिठा पाई थी और इसके अलावा उसने कुछ गलतियां भी की थी जिससे यह मैच एकतरफा बन गया था।
सपाट पिच पर गेंदबाजों को खास मदद नहीं मिल रही थी तथा भारत ने चार स्पिनरों का उपयोग किया जिन्होंने कुल मिलाकर 12 ओवर में 121 रन लुटाए। भारत ने बाएं हाथ की दो स्पिनर श्रेयंका पाटिल और सैका इशाक को पदार्पण का मौका दिया लेकिन इन दोनों का अपनी गेंदों पर नियंत्रण नहीं था और वे महंगे साबित हुए।
यहां तक की अनुभवी स्पिनर दीप्ति शर्मा भी प्रभावित नहीं कर पाई और उन्होंने अपने कोटे के पूरे चार ओवर भी नहीं किये।
भारत का क्षेत्ररक्षण भी अच्छा नहीं रहा तथा इंग्लैंड की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने वाली डैनी वाट और नेट साइवर ब्रंट दोनों को जीवनदान मिले , जो भारतीय टीम को महंगे पड़े।
भारत की तरफ से गेंदबाजी में केवल तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। उन्होंने मैच के पहले ओवर में ही दो विकेट निकालकर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई थी लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा पाई और उसने इंग्लैंड को वापसी का मौका दिया।
जहां भारतीय स्पिनर नहीं चल पाए, वहीं इंग्लैंड की सोफी एक्लेस्टोन (4-0-15-3) और सारा ग्लेन (25 रन देकर एक विकेट) की स्पिन जोड़ी ने भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में रखा और उन्हें खुलकर नहीं खेलने दिया।
भारत के सामने 198 रन का लक्ष्य था लेकिन सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा (52) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (26) ही कुछ योगदान दे पाए। स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर नाकाम रहे। भारत को अब इन दोनों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
भारतीय टीम को जल्द से जल्द अपने खेल में सुधार करने की जरूरत है क्योंकि तीन मैच की इस टी20 श्रृंखला के बाद वह इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच खेलेगी और फिर तीनों प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगी।
भारतीय महिला टीम 2006 के बाद इंग्लैंड से टी20 श्रृंखला नहीं जीत पाई है। अगर उसे श्रृंखला में जीत हासिल करनी है तो अगले दो मैचों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना होगा।
टीम इस प्रकार हैं:
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप-कप्तान), जेमिमा रोड्रिग्स, शैफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), ऋचा घोष (विकेटकीपर), अमनजोत कौर, श्रेयंका पाटिल, मन्नत कश्यप, सैका इशाक, रेणुका सिंह ठाकुर , तितास साधु, पूजा वस्त्राकर, कनिका आहूजा, मिन्नू मणि।
इंग्लैंड: लॉरेन बेल, मैया बाउचियर, एलिस कैप्सी, चार्ली डीन, सोफिया डंकले, सोफी एक्लेस्टोन, महिका गौर, डेनिएल गिब्सन, सारा ग्लेन, बेस हीथ (विकेटकीपर), एमी जोन्स (विकेटकीपर), फ्रेया केम्प, हीथर नाइट (कप्तान), नेट साइवर-ब्रंट, डेनिएल वाट।
मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजे शुरू होगा।
जॉनसन की आलोचना पर वार्नर ने कहा, हर कोई अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र
मेलबर्न
अनुभवी सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन की आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि हर कोई अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र है।
जॉनसन ने एक समाचार पत्र में अपने कॉलम में लिखा था कि क्या वार्नर इतनी अच्छी फॉर्म में है कि वह स्वयं ही अपनी संन्यास की तिथि को तय कर सकें। इसके अलावा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ के मामले में वार्नर की भूमिका का भी जिक्र किया था।
वार्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन जनवरी से सिडनी में शुरू होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के बाद संन्यास लेने की इच्छा जाहिर की थी। ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला 14 दिसंबर से पर्थ में शुरू होगी।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले वार्नर ने अभी तक 109 मैच में 8487 रन बनाए हैं। इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने जॉनसन के बयान को ज्यादा तूल नहीं दिया।
वार्नर ने क्रिकेट.कॉम.एयू से कहा''हर कोई अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र है। हमारा ध्यान पर्थ में होने वाले टेस्ट मैच पर है।'' वार्नर ने कहा कि इस तरह की आलोचना से निपटना उन्होंने बहुत पहले सीख लिया था।
उन्होंने कहा,''मेरे माता-पिता ने मुझे इस तरह की परिस्थितियों का सामना करना सिखाया था। उन्होंने मुझे हर दिन लड़ना और कड़ी मेहनत करना सिखाया था। जब आप विश्व स्तर पर खेलते हैं तो एहसास नहीं होता कि आपको किस चीज का सामना करना है। यहां आपको मीडिया का सामना करना होता है। यहां आपको आलोचना का सामना करना होता है लेकिन यहां काफी सकारात्मक पहलू भी हैं।''